Smriti Diwas – स्मृति-दिवस – 2018

“जननी” यह वो अलौकिक शब्द है, जिसके स्मरण मात्र से ही रोम-रोम पुलकित हो उठता है, हृदय में भावनाओं का अनहद ज्वार स्वतः उमड़ पड़ता है और मनो-मस्तिष्क स्मृतियों के अथाह समुद्र में डूब जाता है। 31 मई, 2018 को उदया की जननी डाॅ कनक त्रिपाठी मैम की पुण्य तिथि स्मृति दिवस पर पूरा उदया… Continue reading Smriti Diwas – स्मृति-दिवस – 2018

Poem by Priyanshu Sahay (Class 12)

जादुई मूरत पॅंहुच न पाया जब, खुदा खुद हर जगह, तब उसने कर दिया, एक अनोखी दास्ताॅं। मतलब से बनी इस दुनिया में, प्यार से न रहे कोई अजाॅं, इसलिए हर एक के लिए भेजा इसने एक सुंदर और प्यारी माॅं। परेशानियों की बेड़ियों से बंधकर भी, हमें सिखाती है खुलकर जीना, जाने किस जादू… Continue reading Poem by Priyanshu Sahay (Class 12)

Poem by Priyanshu Sahay (Class 12)

मेरे पापा जिंदगी के एक वीरान मोड़ पर सूरज मेरे सिर पर था, फिर अचानक से मुझ पर, एक ठंडा-सा छाया आया। मैने पीछे मुड़कर देखा, वो खड़े थे मेरे पापा, ईश्वर की अनमोल देन, जिसने ऊॅंगली पकड़कर मुझे चलना सिखाया। मुॅंह फुलाकर बैठा था मैं, तो घोड़ा बनकर मुझे मनाया बचपन की हर जिद… Continue reading Poem by Priyanshu Sahay (Class 12)